सीएम के कार्यक्रम के लिए बनाई गई सड़क 7 दिन में ही हुई धराशाई
Gurugram News Network – देश और हरियाणा में बीजेपी सरकार आते ही सड़कों का निर्माण बड़ी तेज़ी से होने लगा । जनता को लगा कि विकास हो रहा है लेकिन अब इस विकास की पोल खुलने लगी है । अधिकारी किस तरह सरकार की नीतियों का जनता में गलत प्रभाव फैलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं । गुरुग्राम में सड़कों के निर्माण में लगातार घोटाले सामने आ रहे हैं । कुछ दिन पहले ही गुरुग्राम नगर निगम द्वारा बिना टेंडर के ही कई सड़कों का बिल पास कर दिया गया और सड़कों के सैंपल फेल हो गए । ताजा मामला सामने आया है जहां सीएम के कार्यक्रम के लिए आनन फानन में चार साल से नहीं बनी सड़क को एक दिन में बना दिया गया और अब उसी सड़क एक सप्ताह के अंदर ही दम तोड़ दिया ।
आपको याद होगा कि 21 मई को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल सेक्टर 79 राहगिरी के कार्यक्रम में शामिल हुए । कार्यक्रम का जोरशोर से प्रचार प्रसार किया गया । सैंकड़ों लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया । इसीलिए सेक्टर 79 एरिया की काफी लंबे समय से लंबित पड़ी सड़क को इस कार्यक्रम के लिए आनन फानन में बना दिया गया । लेकिन मात्र 7 दिनों में ही इस सड़क में इस्तेमाल हुए निर्माण सामग्री की पोल खुल गई । रविवार को इस सड़क से जब एक ट्राला गुजरने लगा तो ये सड़क 3 से 4 फीट तक धंस गई और ट्राला इसी में फंस गया । जैसे ही इसकी सूचना जीएमडीए के अधिकारियों को लगी तो तुरंत इस ट्राले को यहां से क्रेन के सहारे निकाला गया और जीएमडीए ने सड़क पर हुए गड्ढे को मिट्टी से भरवाया ।
अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिर 7 दिन पहले ही बनी सड़क इतनी कमजोर कैसे हो गई कि जब उससे एक ट्राला निकलने लगा तो वो धंस गया । नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक जीएमडीए के ईएक्सईएन अभिनव वर्मा ने कहा है कि ये सड़क पास हुए डिजाइन के मुताबिक ही बनाई गई है । जहां ट्राला धंसा है वहां 2 मीटर का पाइप है । ये सड़क 10 एमएसए ( मिलियन स्टैंडर्ड एक्सर) के हिसाब से डिजाइन है । मौजूदा समय में इस सड़क पर 20 एमएसए का ट्रैफिक दौड़ रहा है जो कि इस सड़क की क्षमता से अधिक भार है ।
वहीं इस मामले को लेकर अब स्थानीय आरडब्लूए ने आरोप लगाए हैं कि इस सड़क के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है । आरडब्लूए के अधिकारियों का आरोप है कि जब सीएम का कार्यक्रम आयोजित होना था तो इस सड़क को आनन फानन में बना दिया गया जबकि इस सड़क को ऑपरेशनल करने से पहले इसका लैब टेस्ट कराना चाहिए था ।
दिसंबर 2018 से चल रहा है इस सड़क का निर्माण : इस सड़क का निर्माण 28 दिसंबर 2018 से चल रहा है जिसे बनाने का कॉन्ट्रैक्ट शिव प्रोबिल्ड नाम की कंपनी को अलॉट किया गया । कंपनी ने इस सड़क का निर्माण तय समय पर पूरा नहीं किया इसीलिए कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दूसरी कंपनी को इस सड़क का ठेका दे दिया गया । इस सड़क का 90 फीसदी काम पूरा किया जा चुका है । शिकोहपुर गांव की पहाड़ी में अभी भी इस सड़क का निर्माण बचा हुआ है । आपको बता दें कि जीएमडीए की ओर से सेक्टर 77, सेक्टर 78-78ए और सेक्टर 78-79 की मुख्य सड़क का निर्माण लगभग 32 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है ।